क्या आपने कभी अदृश्य महसूस किया है? भीड़ में होते हुए भी अकेला? माया हर रोज़ यही महसूस करती थी। वह एक ऐसी लड़की थी जिसका होना न होने के बराबर था। एक दिन, उसे एक प्राचीन इत्र की शीशी मिली। एक ऐसी शीशी जो सिर्फ खुशबू नहीं, बल्कि किस्मत बदलने का वादा करती थी। … Continue reading वो इत्र
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